लेसिक सर्जरी से गुजरने से पहले आपको क्या जानना चाहिए?

लेसिक सर्जरी से गुजरने से पहले आपको क्या जानना चाहिए?

लेसिक सर्जरी से गुजरने से पहले आपको क्या जानना चाहिए?

अन्य सर्जरी की तरह, लेसिक सर्जरी से भी गुजरने से पहले आपको उसके बारे में विस्तृत जानकारी होना आवश्यक है, क्योंकि इससे प्रक्रिया के लिए तैयार होने में मदद मिलती है। साथ ही, नेत्र सर्जन का चयन करने, सर्जरी के बाद की जटिलताओं और जोखिम कम एवं रिकवर करने में भी सहूलियत होती है। अगर आप भी लेसिक सर्जरी कराने की योजना बना रहे हैं तो प्लेनेट लेसिक का यह ब्लॉग आपके लिए ख़ास है। इस ब्लॉग में लेसिक सर्जरी से गुजरने से पहले आपको क्या-क्या जानना चाहिए, के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करेंगे।

लेसिक सर्जरी क्या है?

लेसिक (लेज़र-असिस्टेड इन सीटू केराटोमाइल्यूसिस) एक अपवर्तक नेत्र सर्जरी है जिसका इस्तेमाल निकट दृष्टि दोष (मायोपिया), दूर दृष्टि दोष (हाइपरोपिया) और दृष्टिवैषम्य (एस्टिग्मेटिज्म) जैसी दृष्टि समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया में लेज़र का उपयोग करके कॉर्निया को सही आकार दिया जाता है, ताकि आँखों में जाने वाली रौशनी रेटिना पर ठीक तरह से केंद्रित हो। लेसिक एक दिन की सर्जिकल प्रक्रिया है जिसके बाद मरीज़ की रिकवरी बहुत आसानी और तेज़ी से होती है।

 

लेसिक सर्जरी के बाद मरीज़ को चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस की आवश्यकता नहीं होती है। अगर आप निकट दृष्टि दोष, दूर दृष्टि दोष या दृष्टिवैषम्य के मरीज़ हैं और चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं तो हमारे डॉक्टर से मिलें और अपनी समस्या का सटीक उपचार पाएं।

लेसिक सर्जरी की तैयारी: आपको क्या जानना चाहिए

सबसे पहले एक अनुभवी नेत्र सर्जन के साथ अपॉइंटमेंट बुक करके परामर्श करें और अपने संपूर्ण चिकित्सा इतिहास के साथ-साथ आंख की स्थिति पर विस्तारपूर्वक चर्चा करें। लेसिक सर्जरी के लिए आपकी पात्रता का मूल्यांकन करने, आपकी विशेष आवश्यकताओं और चिंताओं को समझने के लिए नेत्र सर्जन के लिए यह शुरुआती बातचीत महत्वपूर्ण है।

 

  1. विकल्प पर चर्चा करें: लेसिक सर्जरी का निर्णय लेने से पहले, अन्य उपलब्ध दृष्टि सुधार विकल्पों का पता लगाना भी आवश्यक है। आपके सर्जन अन्य उपलब्ध विकल्पों की तुलना में लेसिक से जुड़े संभावित लाभों और जोखिमों पर चर्चा करते हुए विभिन्न प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं।
  2. ऑपरेशन से पहले की तैयारी करें: अपने सर्जन द्वारा दिए गए सर्जरी-पूर्व निर्देशों का पालन करें, जिसमें निर्धारित आई ड्रॉप और अन्य आवश्यक दवाओं का उपयोग शामिल है। इसके अलावा, सर्जरी से पहले कॉन्टैक्ट लेंस के उपयोग एवं शराब या सिगरेट के सेवन से बचें। ये तैयारियां एक सहज और सफल लेसिक सर्जरी में योगदान करती हैं।
  3. प्रक्रिया के बारे में जानें: लेसिक सर्जरी के चरणों से खुद को परिचित करें। कॉर्निया को सही आकार देने यानी अपवर्तक त्रुटि को ठीक करने के लिए सर्जन लेज़र का उपयोग करते हैं। सर्जरी की बुनियादी बातों को समझने से आपकी किसी भी आशंका को कम करने में मदद मिलती है।
  4. सर्जरी की अवधि: लेसिक सर्जरी एक आसान प्रक्रिया है जिसके कुछ घंटों के बाद ही मरीज़ को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है। सर्जरी के बाद अपने दोस्त या परिवार वालों के साथ घर जाने की योजना बनाएं, क्योंकि सर्जरी के तुरंत बाद आपको अस्थायी दृष्टि परिवर्तन का अनुभव हो सकता है।
  5. रिकवरी में लगने वाला समय: लेसिक सर्जरी के बाद रिकवरी में लगने वाले संभावित समय सीमा को समझें। अधिकांश लोग एक या दो दिन के अंदर सामान्य गतिविधियों को शुरू कर सकते हैं, लेकिन संपूर्ण रिकवरी के लिए अपने सर्जन द्वारा दिए गए पोस्ट ऑपरेटिव दिशानिर्देशों का पालन करें।

 

इन सबके अलावा, लेसिक लेज़र सर्जरी के खर्च के बारे में पूछें और यह जानने की कोशिश करें कि क्या आपका बीमा इस सर्जरी के खर्चों को कवर कर सकता है या नहीं। सर्जरी के साथ आगे बढ़ने के बारे में सोच-समझकर निर्णय लें और इसके वित्तीय पहलुओं को भी ध्यान में रखें।

लेसिक से पहले: मुख्य बातों को समझना

लेसिक सर्जरी कराने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों को समझना आवश्यक है, क्योंकि ये आपको सही निर्णय लेने में मदद करते हैं। इसमें मुख्य रूप से शामिल हैं:

 

  1. अपनी पात्रता के बारे में जानें: लेसिक सर्जरी पर विचार करने से पहले, सुनिश्चित करें कि आप आवश्यक पात्रता मापदंडों को पूरा करते हैं। विशेषज्ञ का कहना है कि आमतौर पर कम से कम एक वर्ष तक स्थिर दृष्टि वाले व्यक्ति ही इस सर्जरी के उपयुक्त उम्मीदवार होते हैं। इस बात की पुष्टि करने के लिए नेत्र सर्जन आपकी आँखों के स्वास्थ्य का आकलन करते हैं। साथ ही, मरीज़ का समग्र नेत्र स्वास्थ्य बेहतर, पर्याप्त कॉर्नियल मोटाई और उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  2. जोखिम और जटिलताओं के बारे में पूछें: नेत्र सर्जन से परामर्श के दौरान, लेसिक सर्जरी से जुड़े संभावित जोखिमों और जटिलताओं को समझने की कोशिश करें। सर्जन सूखी आँखें, सूरज के प्रति संवेदनशीलता या रौशनी के चारों तरफ धुंधली परछाई, जैसे सामान्य दुष्प्रभावों के बारे में बताएंगे और आपके व्यक्तिगत समस्या से संबंधित किसी भी विशिष्ट चिंता पर चर्चा करेंगे। इस सर्जरी के संबंध में एक उचित निर्णय लेने के लिए आपको इन पहलुओं के बारे में जानकारी होना महत्वपूर्ण है।
  3. फायदों के बारे में पूछें: इसके अतिरिक्त, लेसिक लेज़र के लाभ यानी अपने व्यक्तिगत ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए, लेसिक सर्जरी के विशिष्ट लाभों के बारे में पूछताछ करें। नेत्र सर्जन से पूछें कि यह प्रक्रिया आपकी व्यक्तिगत दृष्टि समस्याओं को कैसे दूर कर सकती है और आपके जीवन की क़्वालिटी को कैसे बढ़ा सकती है। लेसिक के निजीकृत लाभों को समझना यह सुनिश्चित करता है कि आप अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं और अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए एक उचित निर्णय लें।

 

इन सबके अलावा भी अगर आपके मन में लेसिक सर्जरी से संबंधित कोई अन्य प्रश्न या चिंता हो तो नेत्र सर्जन से उस बारे में अवश्य बात करें।

लेसिक सर्जरी: क्या अपेक्षा करें और इसके लिए क्या तैयारी करें

लेसिक सर्जरी के कुछ घंटों के भीतर आप अपनी दृष्टि में सुधार की उम्मीद कर सकते हैं। हालांकि, शुरुआत में इसमें उतार-चढ़ाव हो सकता है। साथ ही, सर्जरी के संभावित दुष्प्रभाव के तौर पर हल्की असुविधा, सूखी आँखें और प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता आम हैं, लेकिन ये कुछ दिनों में कम हो जाती हैं।

 

साथ ही, निर्धारित आई ड्रॉप के साथ-साथ ऑपरेशन के बाद देखभाल संबंधी निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन करें। सर्जरी के बाद 2-4 दिनों तक ऐसी गतिविधियों में शामिल होने से बचें जिससे आँखों पर ज़ोर पड़ता हो। अपनी रिकवरी के लिए डॉक्टर के साथ फॉलो-अप परामर्श करें। समय के साथ, चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस की आवश्यकता के बिना साफ़ दृष्टि का आनंद लें, और बेहतर दृष्टि के साथ सामान्य गतिविधियों को धीरे-धीरे शुरू करें।

 

लेसिक सर्जरी में निम्न चरण शामिल हैं:

 

  • एनेस्थीसिया देना: सबसे पहले, नेत्र सर्जन मरीज़ की आंख में एनेस्थीसिया डालते हैं जिससे सर्जरी के दौरान उन्हें दर्द या असुविधा नहीं होती है।
  • सक्शन रिंग लगाना: इस उपकरण का इस्तेमाल करके आंख को खुला रखा जाता है ताकि सर्जरी के दौरान मरीज़ पलक न झपके।
  • फ्लैप बनाना: सर्जन एक पतला फ्लैप बनाते हैं जिसे कॉर्नियल फ्लैप के नाम से भी जाना जाता है।
  • कॉर्निया को आकार देना: लेज़र की मदद से नेत्र सर्जन कॉर्निया को सही आकर देते हैं।

 

अंत में, कॉर्नियल फ्लैप को सावधानीपूर्वक उसकी मूल स्थिति में रख दिया जाता है जो जल्द रिकवरी में मदद करता है। लेसिक सर्जरी को पूरा होने में लगभग 20-30 मिनट का समय लगता है। सर्जरी के कुछ घंटों के बाद ही नेत्र सर्जन दवाएं और ड्रॉप निर्धारित करके मरीज़ को अस्पताल से डिस्चार्ज कर देते हैं। अधिकतर मरीज़ को 1-2 दिन के अंदर पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में उन्हें धुंधली दृष्टि या रौशनी के प्रति संवेदनशीलता का अनुभव हो सकता है। हालाँकि, ये सामान्य समस्याएं भी कुछ समय के अंदर ठीक हो जाती हैं।

लेसिक सर्जरी से पहले ध्यान रखने योग्य शीर्ष बातें

आमतौर पर लेसिक सर्जरी से पहले नेत्र सर्जन मरीज़ को उसकी जीवनशैली, पहले से चल रही दवाएं और डाइट में कुछ संशोधन करने का सुझाव देते हैं जैसे कि:

 

  1. कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल बंद करना: लेसिक सर्जरी से कम से कम कुछ सप्ताह पहले अपने सर्जन की दिशा निर्देशों के अनुसार कॉन्टैक्ट लेंस पहनना बंद कर दें। यह आपके कॉर्निया को स्थिर करने में मदद करता है, अधिक सटीक प्रीऑपरेटिव माप प्रदान करता है और सर्जरी की सफलता को बढ़ाता है।
  2. सर्जरी से पहले दवा लेना: सर्जरी से पहले निर्धारित दवाएं, विशेषकर आई ड्रॉप का सख्ती से पालन करें। ये दवाएं आपकी आंखों को सर्जरी के लिए तैयार करने, संक्रमण के जोखिम को कम करने और उपचार प्रक्रिया को अनुकूलित करने में मददगार होती हैं।
  3. जीवनशैली में अस्थायी रूप से बदलाव लाना: सर्जरी के तुरंत बाद अपनी जीवनशैली में छोटे-मोटे बदलाव करने की योजना बनाएं। प्रक्रिया के बाद हल्की और कम गतिविधियों की उम्मीद करें और अपनी रिकवरी आसान बनाने के लिए भारी कामों से बचें। सर्जरी के बाद कुछ दिनों तक इस रूटीन को फॉलो करें। वैसे काम करें जिनसे आँखों पर ज़ोर कम पड़ता हो।
  4. मेकअप और लोशन लगाने से बचना: जलन के जोखिम को कम करने के लिए, लेसिक सर्जरी वाले दिन आँखों के मेकअप, लोशन या परफ्यूम का उपयोग करने से बचें। यह सावधानी सर्जरी के दौरान रोगाणुरहित वातावरण बनाए रखने में मदद करती है जिससे रिकवरी के दौरान परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है।

 

इन सबके अलावा, घर जाने की योजना बनाएं। प्रक्रिया के तुरंत बाद दृष्टि में होने वाला अस्थायी परिवर्तन आपके गाड़ी चलाने की क्षमता को प्रभावित करता है। इसलिए अपने किसी दोस्त या परिवार वालों को साथ ले आएं ताकि सर्जरी के बाद वे आपको आराम से घर ले जा सके।

लेसिक सर्जरी की लागत क्या है?

भारत में लेसिक सर्जरी का खर्च लगभग 40000-80000 तक आता है। हालांकि, क्लिनिक की विश्वसनीयता, डॉक्टर का अनुभव, शहर और अन्य कारकों के आधार पर इसमें बदलाव आ सकता है। सर्जरी के खर्च की पुष्टि करने के लिए अपने डॉक्टर से इस बारे में अवश्य बात करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या लेसिक सर्जरी सुरक्षित है?

लेसिक सर्जरी एक सुरक्षित प्रक्रिया है, लेकिन मामूली समस्याएं हो सकती हैं जो कुछ समय के अंदर ठीक हो जाती हैं। 

क्या लेसिक सर्जरी को दोहराना संभव है? जानिए इस ब्लॉग से

लेसिक सर्जरी के बाद मुझे कितनी देर आराम करना होगा?

लेसिक सर्जरी के बाद लगभग 2-4 दिनों तक मरीज़ को आराम करने का सुझाव दिया जाता है। उसके बाद, वे डॉक्टर से परामर्श करने के बाद अपने दैनिक जीवन के कामों को दोबारा शुरू कर सकते हैं। 

क्या लेसिक मेरे लिए सही है?

लेसिक सर्जरी आपके लिए सही है या नहीं इस बात की पुष्टि करने के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ कुछ जांच करते हैं, उसके बाद ही इस बात का फैसला करते हैं। आपके लिए कौन सा उपचार बेहतर है जानने के लिए हमारे नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें।

लेसिक सर्जरी के लिए मैं कौन से ख़ास आहार से परहेज़ करूँ?

आमतौर पर लेसिक सर्जरी के आहार में कुछ ख़ास बदलाव करने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन सर्जन कुछ चीजों से परहेज़ करने का सुझाव देते हैं जिसमें रेड मीट, तैलीय और जंक फूड आदि शामिल हैं।

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